How To Become Air Force Pilot?, एयर फोर्स में पायलट बना होता है कहीं युवाओं का सपना होता है लेकिन यह इतना आसान नहीं है इसके लिए बहुत अधिक समर्पण इच्छा शक्ति और इस चुनौती पूर्ण एवं आकर्षक भूमिका के लिए साहस अपने होना चाहिए।
नमस्कार आपका हमारे इस Blog में स्वागत है आज हम इस ब्लॉग में जानेंगे कि Air Force मैं Pilot कैसे बनें। How To Become Air Force Pilot?
Air Force Pilot को काफी कठिन ट्रेनिंग प्रक्रिया से गुजरना होता है जिसमें फाइटर प्लेन फ्लाइंग के दौरान हवा से हवा में आक्रमण करना होता है इंडियन Air Force Pilot की जिम्मेदारी होती है कि दिए गए मिशन को पूरा करें जिसमें दुसमन के बैस को तबाह करना सोलजर या सिविलियन को बचाना दोनों शामिल होते हैं कुछ मामलों में Air Force Pilot को शांति बनाए रखने वाले मिशन में भी लगाया जाता है हालाकि ज्यतार मामलों में इन्हें जैट के साथ आक्रमण के लिए ट्रेनिग दी जाती है ।
How To Become an Air Force Pilot?
Air Force Pilot बनने के लिए कोर्सेज इंडियन Air Force में Pilot बनना आसान नहीं है चार ऐसे तरीके हैं जिनके माध्यम से उम्मीदवार इंडियन एयर फोर्स में पायलट बन सकते हैं। नेशनल डिफेंस अकैडमी एनडीए, कंबाइंड डिफेंस सर्विस एक्जाम (सीबीएसई), एनसीसी एंट्री और शॉर्ट सर्विस कमीशन एंट्री (एसएससी)
कोर्सेज है जिनके माध्यम से एयर फोर्स में फ्लाइंगऑफिसर के रूप में आपकी एंट्री हो सकती है इनमें पहले तीन तरीके परमानेंट कमिशन ऑफिसर के रूप में कमिशन या इंडियन एयर फ़ोर्स स्तैशन में पायलट के रुप में नियुक्ति दि जाति हैं कमबाईंन डिफेंस service examination CBAC NDA के आतरिक upsc CBAC परिक्षा का भी आयोजन किया जाता है जिसके माध्यम से पुरष उमीदवार Pilot बन सकते हैं सीरियस परिक्षा पास करने के बाद उमीदवार को अन्य कोर्सेज के लिए उम्मीदवारों को ग्रेजुएट होना जरूरी है नेशनल डिफेंस अकैडमी NDA एयरफोर्स में फ्लाइंग ब्रांच ज्वाइन करने के लिए उम्मीदवारों को NDA की परीक्षा उत्तीर्णेन करनी होती है NDA परीक्षा यूनियन पब्लिक सर्विस कमिशन यूपीएससी द्वारा आयोजित की जाती है एनडीए परीक्षा ट्रेनिंग के लिए भेजा जाता है ट्रेनिंग के बाद उम्मीदवारों को परमानेंट कमिशन ऑफिसर्स के रूप में कमीशन या इंडियन एयर फोर्स स्टेशन में पायलट के रूप में नियुक्ति दी जाती है
कंबाइन डिफेंस सर्विस एग्जामिनेशन सीबीएसई परीक्षा:
कंबाइन डिफेंस सर्विस एग्जामिनेशन सीबीएसई परीक्षा का भी आयोजन करता है जिसके माध्यम से भी पुरुष उम्मीदवार पायलट बन सकते हैं परीक्षा पास करने के बाद उम्मीदवारों को इंडियन मिलिट्री अकादमी या इंडियन नेवल एकेडमी एनसीसी स्पेशल एंट्री अब बात आती है एनसीसी स्पेशल एंट्री की जो कि सिर्फ पुरुष उम्मीदवारों के लिए है जिनके पास इयररिंग्स डिवीजन का सी सर्टिफिकेट होता है उन्हें नेशनल कैडेट कॉर्प्स यानी एनसीसी स्पेशल एंट्री के लिए योग्य माना जाता है नियुक्ति डायरेक्टर जनरल नेशनल कैडेट कॉर्प्स या संबंधित एनसीसी कैसे क्वाड्रेंट के माध्यम से दी जाती है यह स्पेशल एंट्री स्कीम है जिसमें उम्मीदवारों को परमानेंट कमिशन ऑफिसर्स के रूप में नियुक्ति दी जाती है महिला एवं पुरुष दोनों ही उम्मीदवारों के लिए उपलब्ध होता है इस टेस्ट का आयोजन इंडियन एयर फोर्स द्वारा 14 वर्षों के लिए शॉर्ट सर्विस कमिशन में नियुक्ति देने के लिए किया जाता है इस माध्यम से उम्मीदवारों का चयन टेक्निकल ब्रांचेस एवं ग्राउंड ड्यूटी ब्रांचेस के लिए किया जाता है इस परीक्षा का आयोजन वर्ष में दो बार किया जाता है
एयर फोर्स पायलट बनने के लिए योग्यता:
एयर फोर्स पायलट बनने के लिए योग्यता मंडल एयरफोर्स पायलट बनने के लिए उम्मीदवारों को भारत का नागरिक होना चाहिए एयर फोर्स पायलट बनने के लिए शैक्षणिक योग्यता एनडीए परीक्षा के माध्यम से एंट्री के लिए उम्मीदवारों को फिजिक्स और मैथमेटिक्स विषयों के साथ 12वीं पास होना चाहिए सीडीएस परीक्षा एनसीसी स्पेशल एंट्री और एशिया के माध्यम से एंट्री के लिए उम्मीदवारों को ग्रेजुएट होना चाहिए इंजीनियरिंग डिग्री वाले उम्मीदवार भी सीडीएस परीक्षा के लिए आवेदन कर सकते हैं
आयु सीमा एनडीए परीक्षा:
आयु सीमा एनडीए परीक्षा के माध्यम से एंट्री के लिए उम्मीदवारों की आयु साढे 16 से 19 वर्ष के बीच होनी चाहिएसीरियस परीक्षा एनसीसी स्पेशल एंट्री और एएफसीएटी के माध्यम से एंट्री के लिए उम्मीदवारों की आयु 20 से 24 वर्ष के बीच होनी चाहिए एयरफोर्स पायलट को मिलने वाली सैलरी और अन्य लायंस फ्लाइंग ऑफिसर या इंडियन एयर फोर्स पायलट की सैलरी होता है इसके अतिरिक्त ग्रेड पे 5400 प्रतिमा दिया जाता है मिलिट्री सर्विस पर ₹6000 प्रतिमा ड्यूरिंग 21600 प्रतिमा है प्रतिमा और ट्रांसपोर्ट अलाउंस ₹32 प्लस प्रमुख शहरों में दिए या ₹1600 प्लस दूसरे शहरों में दिए भी दिया जाता है फ्लाइंग ब्रांच ऑफिसर्स को अन्य लायंस में 11250 प्रति वहां दिया जाता है कुल मिलाकर नई रिक्रूट फ्लाइंग ऑफिसर को सर्विस में अनुभव एवं प्रमोशन के बाद सैलेरी पेमेंट जर्नी 1.5 लख रुपए तक हो जाती है
Conclusion:
ध्यान रखें कि प्रक्रिया आपकी व्यक्तिगत परिस्थितियों और वायु सेना की जरूरतों के आधार पर भिन्न हो सकती है। यह भी ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि सैन्य पायलट बनना अत्यधिक प्रतिस्पर्धी है, और सभी आवेदकों का चयन नहीं किया जाता है। उच्च शैक्षणिक और शारीरिक मानकों को बनाए रखने के साथ-साथ मजबूत नेतृत्व गुणों का प्रदर्शन करने से वायु सेना पायलट बनने की आपकी संभावना में सुधार होगा।